एडिड कालेजों के कर्मचारियों ने किया गवर्नर हाउस की ओर मार्च
कहा- प्रशासन जायज मांगोंं पर नहीं दे रहा ध्यान
पिछले एक हफ्ते से भी ज्यादा से लगातार विरोध प्रदर्शन करते आ रहे एडिड कॉलेजों के टीचिंग और नॉन टीचिंग-स्टाफ ने आज चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज फॉर वूमेन, सेक्टर 26 में विरोध प्रदर्शन किया और बाद में गवर्नर हाउस की ओर मार्च निकाला। गवर्नर हाउस की तरफ बढ़ रहे टीचर्स को हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। सेक्टर-10 के डीएवी कालेज से शुरू हुआ आंदोलन अभी जारी है।
एडिड कॉलेजों के कर्मचारी पिछले कई महीनों से अपने मुद्दों को उठा रहे हैं, जिसमें यूजीसी के सीधे कार्यान्वयन में देरी प्रमुख तौर पर शामिल है। सेंट्रल सर्विव रूल के अनुसार ये कर्मचारी सरकारी कॉलेजों के बराबर सभी लाभ और भत्तों की मांग कर रहे हैं। गैर-शिक्षण कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान देने का एक अहम मुद्दा भी इनकी मांगों में शामिल है।
जेएसी (ज्वाइंट एक्शन कमेटी) के प्रतिनिधि डॉ. सुमित गोकलने ने कहा कि शिक्षा सचिव और सलाहकार, यूटी प्रशासन ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है और अप्रत्यक्ष रूप से यूटी के आसपास पनप रहे निजी शिक्षा माफिया को बढ़ावा देना चाहता है। पिछले कई वर्षों से प्रशासन की अनिश्चित और पक्षपाती नीतियां सार्वजनिक वित्त पोषित शिक्षा प्रणाली को खत्म करती दिख रही हैं, सेंट्रलाइज्ड कौंसलिंग ने पहले ही चंडीगढ़ के कॉलेजों में प्रवेश इतना बोझिल और विलंबित कर दिया है कि छात्र निजी संस्थानों को पसंद करते हैं जो मोटी फीस लेते हैं। परिणामस्वरुप गरीब छात्रों को इसका नतीजा भुगतना पड़ता है। चंडीगढ़ के अधिकारियों के असंवेदनशील रवैये के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए कल मटका चौक पर शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।