
नयी तकनीक से होगी बागवानी किसानों की बढ़ेगी आमदनी
वरदान साबित होगा गांव गिगनाऊ का बागवानी उत्कृष्टता केंद्र
गांव गिगनाऊ में स्थापित अर्ध शुष्कीय इंडो-इजराइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र किसानों के वरदान साबित होगा। इसका उद्घाटन 22 जनवरी को कृषि मंत्री जेपी दलाल, भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन व मध्य प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने किया था। 50 एकड़ में बनाए इस उत्कृष्टता केंद्र पर 12 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। विशेषज्ञों ने बताया कि अब जिले के रेतीले क्षेत्र के किसान पौधे की बजाये बेल पर टमाटर और खीरे की फसल लेंगे। इनकी पौध इसी उत्कृष्टता केंद्र पर तैयार की जा रही है। इस केंद्र में नवीनतम तकनीक पर आधारित 17 स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। कड़ाके की ठंड और लू का भी इस पौधे पर असर नहीं होगा। उत्कृष्टता केंद्र में जर्मनी की तकनीक पर आधारित एक ऐसा ढांचा भी है जो पौधे को हवा-पानी की जरूरत के अनुरूप अपने आप खुल जाएगा। यहां पर नेचूरल वेंटिलेटिड पॉली हाउस बनाया गया है, जो नेट बनाया गया है, यह पूरी तरह से सेंसर बेस है और जर्मनी की तकनीक पर आधारित है। पौधे को धूप-हवा की जरूरत के अनुसार इसकी शीट अपने आप खुल जाती है।
अमेरिका तक जाएंगे कृषि उत्पाद: जेपी दलाल
प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि यह केंद्र किसानों की समृद्धि में मील का पत्थर साबित होगा। प्रदेश में बागवानी के लिए कई गुणा बजट बढ़ाया गया है। अब वे दिन दूर नहीं जब हरियाणा के किसानों के उत्पाद अमेरिका व दूसरे देशों में भेजे जाएंगे। वर्ष 2030 तक 17 लाख एकड़ बागवानी का क्षेत्र बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उधर, बागवानी विभाग के उप निदेशक डॉ. आत्मप्रकाश ने बताया कि उत्कृष्टता केंद्र में बागवानी विभाग के विशेषज्ञ तैनात किए जाएंगे जो किसानों को नवीनतम जानकारी देेंगे। इजराइल से भी बागवानी के वैज्ञानिक यहां जानकारी देंगे।