
वाराणसी की तर्ज पर विकसित होगा कुरुक्षेत्र
केडीबी प्रबंधन मंडल की 81वीं बैठक में लिए गए कई फैसले
हरियाणा सरकार धर्मनगरी – कुरुक्षेत्र को वाराणसी की तर्ज पर विकसित करेगी। इसके लिए अधिकारियों को विशेष कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में हुई कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) प्रबंधन मंडल की 81वीं बैठक में कुरुक्षेत्र के विकास को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला, कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता, बोर्ड के सदस्य विजय सिंह दहिया, सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती सहित बोर्ड के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि श्रीमद्भगवदगीता की जन्मस्थली धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को विश्व मानचित्र पर भव्य दृष्टि से विकसित करने के लिए बेहतर योजनाएं तैयार की जाएं ताकि लोगों को इसके महत्व के बारे में और अधिक जानकारी मिल सके। कुरुक्षेत्र को वाराणासी की तर्ज पर इसकी गरिमा को बनाए रखते हुए कार्य योजना तैयार की जाए, जिसमें ब्रह्मसरोवर के आसपास महाभारत युद्ध के पात्रों की मूर्तियों के सजीव चित्रण का वर्णन देखने को मिले। उन्होंने गीता के व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी। बैठक में कुल 20 एजेंडे रखे गए, जिन पर सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव – 2022 की भव्य पुस्तिका का भी विमोचन किया गया, जिसमें गीता जंयती के दौरान किए गए कार्यक्रमों के झरोखे एवं गतिविधियों का विस्तार से उल्लेख किया गया है। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि कुरुक्षेत्र के 48 कोस के 134 तीर्थ स्थलों की भूमिका पर एक बुकलेट भी तैयार की जाए और इन क्षेत्रों में संरचनात्मक ढांचा भी विकसित किया जाए।