विधानसभा में पहले ही दिन टकराव, कांग्रेस का हंगामे के बीच वॉकआउटहरियाणा विधानसभा का सोमवार से शुरू हुआ बजट सत्र काफी हंगामेदार रहने वाला है। पहले ही दिन महिला कोच से छेड़छाड़ मामले में कांग्रेस विधायकों के तेवर से इसकी झलक देखने को मिल गई, जब कांग्रेस ने महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोपी राज्य मंत्री संदीप सिंह का इस्तीफा मांगा। हालांकि मुख्यमंत्री ने इससे साफ इनकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने विधानसभा में इस पर हंगामा करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सीएम मनोहर लाल खट्टर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई। कांग्रेस लगातार यह मांग कर रही है कि राज्य मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त किया जाए। हुड्डा ने जब सीधे ही सीएम से पूछ लिया कि क्या सरकार संदीप सिंह को बर्खास्त करेगी या नहीं। इस पर मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, बिल्कुल भी नहीं। सरकार संदीप सिंह को कैबिनेट से बाहर नहीं करेगी। इतना ही नहीं, सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच करवाने से भी साफ इंकार कर दिया है। सरकार के स्टैंड से नाराज कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया। सोमवार को राज्यपाल अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत हुई। मंगलवार से अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी। इस दौरान भी काफी हंगामा होने की संभावना है। मुख्यमंत्री द्वारा शोक प्रस्ताव पेश करने के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने संदीप सिंह पर लगे छेड़छाड़ के आरोप का मामला सदन में उठाया। कांग्रेसियों ने भुक्कल का साथ देते हुए सरकार को घेरा। अहम बात यह है कि पहले दिन की कार्यवाही के दौरान राज्य मंत्री संदीप सिंह सदन में उपस्थित नहीं थे। कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संदीप सिंह के इस्तीफे की मांग की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट कर दिया कि मंत्री से इस्तीफा नहीं लेंगे। मुख्यमंत्री की इस बात पर कांग्रेस विधायक अाक्रामक हो गए और उन्होंने भाजपा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि संदीप सिंह के मामले की जांच चल रही है। एसआईटी गठित की जा चुकी है। आरोप लगते रहते हैं, किसी पर भी आरोप लग सकते हैं, लेकिन जब तक आरोप सिद्ध नहीं हो जाते तब तक सरकार मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। भाजपा अध्यक्ष नहीं बुला रहे मंत्री काे बैठकों में, तब भी इस्तीफा क्यों नहीं : हुड्डा इस पर मोर्चा संभालते हुए हुड्डा ने कहा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मंत्री संदीप सिंह को बैठकों में बुलाना बंद कर दिया है। जब पार्टी अध्यक्ष कह रहे हैं तो भाजपा मंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं लेती। हुड्डा ने कहा कि सरकार इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपे। इस बीच कांग्रेस विधायकों ने एक बार सांकेतिक वाॅकआउट किया, लेकिन वे दोबारा नारे लगाते हुए स्पीकर के सामने आ गए और हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता अपनी सीट से खड़े हो गए और कहा कि जब तक आरोप साबित नहीं होता सरकार मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोप लगने के बाद मंत्री से विभाग वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि बहुत से मामलों में जांच कई लोगों के खिलाफ चल रही है तो क्या सबको बाहर कर दिया जाए। विधानसभा में पहले दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई।