
लव लेटर लिखते-लिखते बन गया ‘डायलॉग राइटर’
‘चितकारा लिट फेस्ट’ में गीतकार जावेद अख्तर ने कही दिल की बात
सिटी ब्यूटीफुल में प्यार-मोहब्बत की बातें। बातें करने वाला शब्दों का जादूगर। जिनके गीतों को रुपहले पर्दे पर खूबसूरत लोकेशंस के साथ देखते रहे हों, वह सामने बैठकर अपने अनुभव साझा कर रहे हों तो भला कौन नहीं होगा जो इन बातों में गुम हो जाएगा। ऐसा ही समां था रविवार को चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित साहित्य और विचारों के उत्सव ‘चितकारा लिट फेस्ट’ का।
कार्यक्रम में गीतकार अख्तर ने कहा, ‘मोहब्बत न करने वाला कभी लेखक, कवि और गीतकार हो नहीं सकता। इसलिए दुनियाभर में मोहब्बत का पैगाम देना जरूरी है।’ अख्तर ने बताया कि वह एक्टर शेख मुख्तार को लेकर फिल्म बना रहे थे, जिसमें सलीम खान भी एक रोमांटिक रोल में थे। एसएम सागर को कोई डायलॉग-राइटर नहीं मिल रहा था। तब जावेद साहब ने उनसे पूछा- ‘क्या मैं कुछ सीन लिखकर दे दूं?’ पूछने के साथ ही उन्होंने दो-तीन सीन लिखकर दिखाए। सागर साहब को वे सीन डायलॉग भा गए। बोले- तुम डायलॉग लिखो। इस तरह वह डायलॉग राइटर बन गए। उन्होंने बताया कि कॉलेज टाइम में उन्होंने अपने दोस्तों के लिए खूब प्रेम पत्र लिखे। धीरे-धीरे उनके बाद ऐसे लोग भी लव लेटर लिखवाने आने लगे, जो उन्हें जानते भी नहीं थे। लव लेटर भी ऑन डिमांड लिखने पड़ते थे।