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फूसगढ़ में गायों के हत्याराेपी नहीं बख्शे जाएंगे : मनोहर लाल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल के फूसगढ़ स्थित गौशाला में गौवंश की हत्या के मामले में कहा कि हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। अभी तक पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी की है, जल्द ही अन्य फरार आरोपियों की भी गिरफ्तारी होगी। मुख्यमंत्री ने सोमवार को स्वयं फूसगढ़ स्थित गौशाला का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गौवंश की हत्या के मामले में पुलिस की जांच चल रही है।

जांच में तथ्य सामने आए हैं कि आरोपियों ने गौवंश को जहरीला पदार्थ खिलाया है। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीन आरोपी अभी तक फरार हैं। जल्द ही इन फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस संबंध में पुलिस निरंतर कार्रवाई कर रही है। मनोहर लाल ने कहा कि आरोपी दीवार फांदकर गौशाला में आए थे। शंका जाहिर की जा रही है कि मृत पशुओं का व्यापार करने वालों की मिलीभगत से आरोपी इस वारदात को अंजाम दे रहे थे। हालांकि मामले में अभी जांच जारी है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने फूसगढ़ गौशाला में गौवंश की देखभाल को लेकर जिला परिषद के सीईओ गौरव कुमार को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौवंश के चारे की पूरी व्यवस्था की जाए। इसके साथ-साथ समय-समय पर इनके स्वास्थ्य की जांच भी होनी चाहिए। उन्होंने गौशाला की चारदीवारी को लेकर भी नगर निगम के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

इस अवसर पर मेयर रेनू बाला गुप्ता, उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी गौरव कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

अंसल सिटी में गरीबों के मकानों की होगी मरम्मत

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल प्रवास के दौरान सोमवार को सुबह अंसल सिटी पहुंचकर हाउसिंग बोर्ड द्वारा गरीब वर्ग (ईडब्ल्यूएस) लोगों के लिए बनाए गए मकानों का औचक निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को इन मकानों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अंसल सिटी वासियों की समस्याओं को भी सुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की पॉलिसी के अनुसार हाउसिंग सोसाइटी में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले गरीब वर्ग (ईडब्ल्यूएस) लोगों के लिए मकान बनाने का प्रावधान है, जिसके तहत करनाल शहर में अंसल सिटी, अल्फा सिटी, सीएचडी सिटी तथा नरसी विलेज में मकान बनाए गए हैं, लेकिन जिसमें से अधिकतर मकान लंबे समय से खाली पड़े हैं।

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