
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने गृह मंत्री विज को सौंपी अपनी रिपोर्ट
प्रदेश के प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी राज्य मंत्री संदीप सिंह पर लगे जूनियर कोच से छेड़छाड़ के आरोपों की फैक्ट फाइंडिंग के लिए गठित कमेटी ने मंगलवार को गृह मंत्री अनिल विज को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। बताते हैं कि इस रिपोर्ट में किसी तरह की सिफारिश नहीं की गई है। अलबत्ता कमेटी ने यह कहकर पूरे मामले को निपटा दिया है कि इस केस में चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी जांच कर रही है, इसलिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का कोई औचित्य नहीं है। यहां बता दें कि पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर जब उनके ही विभाग की एक जूनियर महिला कोच ने छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए थे तो हरियाणा सरकार के आदेश पर डीजीपी पीके अग्रवाल ने रोहतक आईजी और एडीजीपी ममता सिंह की अध्यक्षता में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया था। इस जांच के लिए खुद संदीप सिंह ने ही आग्रह किया था ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।
चूंकि छेड़छाड़ का घटनाक्रम चंडीगढ़ का बताया गया, इसलिए यूटी पुलिस ने इस मामले में संदीप सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया। पीड़िता के वकील ने भी हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी पर सवाल उठाए थे। उनकी दलील थी कि जब यूटी पुलिस की एसआईटी जांच कर रही है और क्राइम चंडीगढ़ में हुआ है तो फिर हरियाणा पुलिस कैसे जांच कर सकती है।
सूत्रों का कहना है कि ममता सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि उनके पास किसी भी पक्ष की ओर से बयान दर्ज नहीं करवाए गए।
न तो संदीप सिंह ने ही बयान दिए और न ही महिला कोच कमेटी के पास गई। इसके बावजूद कमेटी ने संदीप सिंह और पीड़िता के मीडिया में दिए गए आॅडियो-वीडियो बयानों को अपनी रिपोर्ट में स्टेटमेंट के रूप में शामिल किया है।