
अब आधुनिक भूमि माप प्रणाली से होगी लार्ज स्केल मैपिंग
हरियाणा में खरीदे जाएंगे 300 नये रोवर, सोनीपत व करनाल से शुरू होगी योजना
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एक आधुनिक भूमि माप प्रणाली स्थापित की जाएगी। यह सदियों पुराने शृंखला (जरीब) आधारित मापन का स्थान लेगी। इससे भूमि के माप में अधिक सटीकता और विश्वसनीयता आएगी और विवादों की गुंजाइश कम होगी। प्रदेश में इसके लिए अब 300 नये रोवर खरीदे जाएंगे ताकि हर जिले तथा तहसील का लार्ज स्केल मैपिंग से संबंधित कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके।
मुख्यमंत्री बुधवार को यहां स्वामित्व योजना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रथम चरण में दो जिलों का चयन किया गया है, जिनमें सोनीपत तथा करनाल जिले शामिल हैं। इन जिलों के लाल डोरे क्षेत्र से बाहर नगर निगम क्षेत्रों के तहत आने वाली कृषि भूमि व राजस्व भूमि पर लार्ज स्केल मैपिंग का कार्य पूर्ण किया जाएगा। परिवार पहचान पत्र के साथ हर प्रॉपर्टी को भी लिंक किया जाएगा। इन जिलों में यह कार्य 15 अप्रैल, 2023 तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की विशेष सचिव आमना तसनीम, सोनीपत के उपायुक्त ललित कुमार, करनाल के उपायुक्त अनीश यादव, सोनीपत नगर निगम आयुक्त मोनिका गुप्ता, मिशन डायरेक्टर लार्ज स्केल मैपिंग लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गिरीश कुमार तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग करेगा कनाडा
कनाडा के सस्केचेवान राज्य ने हरियाणा के साथ खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने की पेशकश की है। इस कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ प्रीमियर स्कॉट मो के नेतृत्व में कनाडा के 6-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। कनाडा भारत के साथ परमाणु क्षेत्र में पहले ही सहयोग कर रहा है। प्रतिनिधिमंडल में कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर भी शामिल थे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को हरियाणा की भौगोलिक परिस्थितियों के बारे जानकारी दी। साथ ही, सीएम ने हरियाणा पहुंचने पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि प्रतिनिधिमंडल का हरियाणा दौरा एक अच्छा अनुभव रहेगा। हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है। प्रति व्यक्ति आय व जीएसटी संग्रहण में भारत में शीर्ष स्थान पर है। विश्व की 400 से अधिक फार्च्यून कंपनियां गुरुग्राम में कारोबार कर रही हैं। आईटी और सॉफ्टवेयर में बेंगलुरु के बाद हरियाणा भारत में दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2016 में अपने कनाडा दौरे के भी अनुभव प्रतिनिधिमंडल के साथ साझा किए। हरियाणा में कुशल व अकुशल मैनपावर उपलब्ध है। लॉजिस्टिक वेयरहाउसिंग में भी सहयोग बढ़ाया जा सकता है। स्कॉट मो ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सस्केचेवान के ट्रेड कार्यालय भारत सहित मैक्सिको, इंगलैंड, संयुक्त राज्य अमीरात, वियतनाम, चीन और जापान देशों में स्थापित हैं। हरियाणा के साथ हम यूरेनियम, ऊर्जा उत्पाद, कृषि खाद उत्पाद व एविएशन टेक्नोलॉजी में भी सहयोग के लिए समझौता कर सकते हैं। बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव अनुराग अग्रवाल, विदेश सहयोग विभाग में मुख्यमंत्री के सलाहकार पवन चौधरी भी उपस्थित थे।