
चंडीगढ़-पंचकूला सीमा पर सरपंचों ने काटा बवाल
बातचीत करने पहुंचे मुख्यमंत्री के ओएसडी को लौटाया बैरंग
ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हरियाणा के सरपंचों पर बुधवार को पंचकूला-चंडीगढ़ सीमा पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान वाटर कैनन का प्रयोग भी किया जिससे कई पंचायती प्रतिनिधि घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक ई-टेंडरिंग का विरोध करते हुए सीएम आवास घेरने चंडीगढ़ जा रहे सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही रोक लिया। सरपंच पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर चढ़ गए जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो सरपंचों ने धक्का-मुक्की शुरू कर बैरिकेड तोड़ दिए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछारें मारी और लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कई सरपंच घायल हुए है। हालांकि मौके पर सीएम के ओएसडी भूपेश्वर दयाल सरपंचों से बातचीत के लिए पहुंचे, मगर सरपंचों ने उनकी कोई बात सुनने से इनकार कर उन्हें बैरंग लौटा दिया। सरपंच चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर धरना लगाकर बैठे हैं। लाठीचार्ज में लगभग 30 से 50 सरपंचों को गम्भीर चोटें आयीं। एक सरपंच को गंभीर चोट आयी जिसे नवीन जयहिंद तुरन्त अस्पताल लेकर पहुंचे ।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने इस साल 2 लाख से ज्यादा के कामों के लिए ई-टेंडरिंग अनिवार्य कर दी है। इससे सरपंच सरकार के विरोध में आ गए। उनका कहना है कि ऐसे में वह एक गली-नाली तक अपने स्तर पर नहीं बनवा सकते। उन्होंने विधायकों के लिए राइट टू रिकॉल की भी मांग की। इसी के विरोध में सरपंच बुधवार को मुख्यमंत्री खट्टर के आवास के घेराव के लिए जा रहे थे। हालांकि कुछ दिन पहले ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से उनकी मीटिंग भी हुुई लेकिन मंत्री बबली ने कहा कि उनके हाथ में कुछ नहीं। इसके बाद सरपंच भड़के और बुधवार को चंडीगढ़ कूच कर दिया। सरपंच एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि हजारों की संख्या में लोग पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालिग्राम ग्राउंड में इकट्ठा हुए और सभी पैदल मार्च करते हुए सीएम आवास चंडीगढ़ की तरफ बढ़े। हालांकि चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर हाउसिंग बोर्ड से थोड़ा पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। धरना स्थल पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और नवीन जयहिंद भी सरपंचों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे और उन्होंने मांग की कि सरकार सरपंचों की मांगों को माने।