
मांगों को लेकर सफाई कर्मियों का बाजारों में धरना-प्रदर्शन
नगर निगम कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आज नगर के बाजारों में प्रदर्शन किया और निगम गेट पर झाड़ू उलटे करके सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया। धरना प्रदर्शन में महिला सफाई कर्मियों ने भी हिस्सा लिया। बाद में निगम आयुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे यूनियन के प्रदेश उप प्रधान सेवा सिंह ने बताया कि सफाई कर्मचारियों एवं सीवर मैनों के पदों पर वर्षों से विभाग के रोल पर लगे इन कर्मचारियों को नई नियमित भर्ती के माध्यम से फ्रेश अपॉइंटमेंट करने की बात कही जा रही है जो यूनियन को स्वीकार नहीं है। कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी जातीं तो आने वाले समय में आंदोलन भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पालिका कर्मचारियों के लगातार आंदोलन के दबाव में हरियाणा सरकार ने 29 अक्तूबर के फैसले में मानी गई मांगों के कुछ पत्र जारी किए हैं लेकिन पालिका, परिषद व निगम के अधिकारी इन पत्रों को लागू नहीं कर रहे हैं। उनके अनुसार मानी गई मांगों के पत्रों को पालिका स्तर पर लागू करवाने के लिए संघ 2 मार्च को जिला नगर आयुक्तों के कार्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन कर ज्ञापन देगा। सरकार द्वारा 8 फरवरी 2023 को जारी किए गए पत्र के अनुसार सफाई एवं सीवर मैनों के रिक्त पदों पर वर्षों से विभाग के रोल पर लगे सीवर एवं सफाई कर्मचारियों को नियमित भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से नियमित नियुक्ति करने तथा 8 दिसंबर 2022 के पत्र के अनुसार विभाग में लगे वर्कआउट सोर्स, ऑपरेशनल एंड मेंटेनेंस, डोर टू डोर के कर्मचारियों को बैंक के माध्यम से न्यूनतम वेतन देने व ईएसआई, ईपीएफ का लाभ देने तथा सरकार की हिदायतों की पालना न करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर ज्ञापन देंगे। उन्होंने गत दिनों विधानसभा में बजट सत्र के दौरान पालिका के सफाई कर्मचारियों को 1 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा को भेदभावपूर्ण बताया। उन्होंने प्रदेश के अन्य सरकारी विभागों, निगम, बोर्ड, कॉरपोरेशंस, यूनिवर्सिटी एवं ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को इस लाभ से वंचित नहीं करके सभी को ये राशि देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है कि जल्द ही बैठक का समय नहीं दिया तो संघ प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।