
हरियाणा ने आतिथ्य सत्कार से जीता मेहमानों का दिल
हरियाणा ने अपनी कला-संस्कृति, खान-पान और आतिथ्य सत्कार से जी-20 के एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक में पहुंचे विदेशी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को प्रभावित किया। इन प्रतिनिधियों के सम्मान में रात्रिभोज पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह व विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता का सुअवसर मिला है। यह हरियाणा के लिए भी गौरव की बात है कि गुरुग्राम में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक आयोजित की गयी। रात्रिभोज पर संवाद में मेहमानों के लिए अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर के तहत मोटे अनाज से तैयार व्यंजन व प्रदेश के विभिन्न शहरों की खास मिठाइयां परोसी गईं।
पारंपरिक वाद्य यंत्रों व तिलक से अभिनंदन
विदेशी मेहमानों का हरियाणा की परंपरा के अनुरूप तिलक लगाकर व पारंपरिक लोक गीत गाकर अभिनंदन किया गया। विदेशी मेहमानों को गोल्फ कार्ट से ए-डॉट सेंटर तक पूर्ण सत्कार के साथ लाया गया। अतिथि देवो भव: की परंपरा के तहत विशेष सजावट की गई थी। साथ ही सांस्कृतिक दलों ने मार्ग में पारंपरिक वाद्य यंत्रों के माध्यम से अपनी प्रस्तुति देते हुए प्रतिनिधियों को मेजबान प्रदेश की कला-संस्कृति से रू-ब-रू कराया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग, हरियाणा के दल ने प्रदेश में विभिन्न त्योहार, फसल पकने व अन्य अवसरों से जुड़े पारंपरिक लोक नृत्यों लूर, घूमर, धमाल, फाग, गूंगा धमोड़ा आदि की सामूहिक प्रस्तुति देते हुए आयोजन स्थल पर हरियाणवी लोक शैली को प्रभावी रूप से प्रदर्शन किया। बांसुरी वादक सुभाष घोष व सुलेमान की प्रस्तुति ने कार्यक्रम को उत्सव में बदल दिया।
मेहमान नवाजी के कायल हुए मेहमान
हरियाणा सरकार की मेजबानी से बैठक में पहुंचे विदेशी प्रतिनिधि बेहद प्रभावित नजर आए। कनाडा, इटली, ऑस्ट्रिया, मॉरीशस, स्विटजरलैंड व इंडोनेशिया आदि देशों के प्रतिनिधियों ने हरियाणा की मेजबानी और गुरुग्राम शहर को लेकर खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने यहां मिले सम्मान व सत्कार को अतुलनीय बताया। उन्होंने हरियाणा के व्यंजनों, कला-संस्कृति पर आधारित पेंटिंग की प्रदर्शनी व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी सराहना की।