
अरावली में जंगल सफारी पर जल्द शुरू होगा काम
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के बीच दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में बृहस्पतिवार को हुई बैठक में अरावली को हरा-भरा बनाने, नजफगढ़ ड्रेन के साथ गुरुग्राम जिले में हो रहे जलभराव की समस्या से किसानों को निजात दिलाने तथा गुरुग्राम व नूंह जिलों में बड़ी जंगल सफारी विकसित करने के विषयों पर बातचीत हुई। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में भूपेंद्र यादव ने कहा कि अरावली और पर्यावरण को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व काम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज की बैठक में नजफगढ़ ड्रेन के साथ होने वाले जलभराव की समस्या को लेकर चर्चा हुई है। इस विषय पर हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार को साथ लेकर जलशक्ति मंत्रालय को शामिल करते हुए एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी की देखरेख में नजफगढ़ ड्रेन में पानी का प्रवाह ठीक करने के लिए उसकी सफाई का कार्य किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि लोगों को जलभराव से निजात दिलाई जाए और नजफगढ़ ड्रेन में जल प्रवाह का रास्ता इस प्रकार से हो कि हरियाणा और दिल्ली देहात के गांवों के रकबे में जलभराव न हो।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा के गुरुग्राम तथा नूंह जिलों में बड़ी सफारी बनाने का काम हो रहा है। सफारी बनाने का प्लान स्वीकृत हो गया है। अब केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद उस पर क्षतिपूर्ति पौधरोपण का पैसा आएगा। उसकी जमीन की किस्म दर्ज करने, उसका एकत्रीकरण करना आदि ऐसे सारे विषयों की तथ्यात्मक जानकारी के बारे में आज की बैठक में चर्चा हुई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि उस क्षेत्र के नौजवानों को रोजगार मिले, गांव का विकास हो, ईको-टूरिज्म आए लेकिन उससे पहले जो आवश्यक कार्रवाई की जाती है, उस पर आज विचार किया गया है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस विषय पर संतोषजनक प्रगति हुई है। अरावली पर्वत शृंखला के महेंद्रगढ़ जैसे जिलों में हिस्से को कैसे हराभरा रखा जाए, उस पर पौधरोपण कैसे किया जाए। इस पर भी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई है और इन विषयों पर मुख्यमंत्री का बहुत ही सकारात्मक रुख है।