
असुरक्षित भवनों को गिराने का काम शुरू
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण ‘असुरक्षित’ इमारतों को गिराने का काम शनिवार को शुरू हो गया। उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को हुई बर्फबारी और बारिश के कारण ठंड बढ़ गयी है, जिससे अस्थायी राहत शिविरों में रह रहे जोशीमठ के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा था कि असुरक्षित होटलों और घरों को खराब मौसम के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, 849 घरों में दरारें आई हैं। 269 परिवारों को अस्थायी राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। शनिवार सुबह मौसम साफ होने के साथ ही होटलों मलारी इन और माउंट व्यू तथा पीडब्ल्यूडी के निरीक्षण बंगले को ध्वस्त करने में ड्रिलिंग मशीन और बुलडोजर लगा दिये गये।
मवेशियों की बढ़ी मुसीबतें
प्रभावित सैकड़ों परिवारों के विस्थापन से शहर में एक और त्रासदी उत्पन्न हो गई है। यहां अनेक कुत्ते, मवेशी और अन्य घरेलू जानवरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। परिवारों के घर छोड़कर चले जाने के बीच कुछ जानवर घरों में अकेले रह गए हैं। कुछ छोटे पालतू जानवरों को एक कमरे में रहने को मजबूर परिवारों के साथ आश्रय गृहों में रहना पड़ रहा है। कुछ पशु प्रेमी जानवरों को सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटे हैं। ‘पीपुल्स फॉर एनीमल्स’ (पीएफए) से जुड़ी रूबीना अय्यर ने कहा कि हम जानवरों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना चाहते हैं। लोग इंसानों की देखभाल कर रहे हैं और हम यहां जानवरों की मदद के लिए पहुंचें हैं।’