
गांव छत डिस्पेंसरी पर लगा ताला
गांव छत में सोमवार को डिस्पेंसरी बंद होने पर लोगों
लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं का गला घोंटने में लगी है। चुनाव के दौरान जनता से किए गए हर वादे से यह सरकार पूरी तरह मुकर गई है।
यह आरोप सोमवार को हलके के पूर्व विधायक एनके शर्मा ने गांव छत में बनी पुरानी डिस्पेंसरी को बंद किए जाने पर विरोध जताते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर पहले से चल रहे डिस्पेंसरियों और अस्पतालों को बंद करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि गांव में वर्ष 1983 से एक डिस्पेंसरी चल रही थी जिसमें एक डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट कार्यरत थे। इस डिस्पेंसरी के बंद होने से आसपास के करीब 10 गांवों के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हो गए हैं। उन्होंने सुविधा केंद्रों के बंद होने पर कहा कि शिरोमणि अकाली दल सरकार ने लोगों को सरकारी दफ्तरों के दबाव से निजात दिलाने के लिए सुविधा केंद्र बनाए थे, लेकिन मौजूदा सरकार उन्हें बंद करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि दप्पर गांव में चल रही डिस्पेंसरी को बंद कर दिया गया है और एक छोटा सा मोहल्ला क्लीनिक बनाया गया है जहां डॉक्टर दो या तीन घंटे के लिए ही आता है। उन्होंने कहा कि सरकार इन मोहल्ला क्लीनिकों पर उतना खर्च नहीं कर रही है, जितना इनके विज्ञापन पर होता है। जबकि इनमें न तो दवाएं हैं, न टेस्टिंग लैब और न ही एक्स-रे मशीन उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि जीरकपुर क्षेत्र में ढकोली अस्पताल का निर्माण अकाली दल की सरकार के दौरान हुआ था, लेकिन पहले कांग्रेस और अब आम आदमी पार्टी की सरकार इसे अपग्रेड करने में विफल रही है, जबकि इस शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि छत गांव की डिस्पेंसरी को बंद करने के बजाय अस्पताल में अपग्रेड करने की जरूरत है ताकि गरीब लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।