357 सड़कें बंद, 540 ट्रांसफार्मरों में बत्ती गुल
मनाली-केलांग सड़क से बर्फ हटाने का काम पूरा, आज से चलेंगे 4x4 वाहन
हिमाचल में पिछले कुछ दिनों से हुई बर्फबारी का दौर आज थमने से लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि प्रदेश में प्रचंड ठंड का दौर अभी भी जारी है और बर्फबारी से 357 सड़कें बंद पड़ी हैं जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं। यही नहीं प्रदेश में 540 ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं जिस कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। प्रदेश में लगभग चार दर्जन पेयजल योजनाएं भी बन्द पड़ी हैं। हालांकि सीमा सड़क संगठन ने आज मनाली-केलांग सड़क से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया। कल बुधवार से प्रशासन ने इस सड़क पर फोर बाय फोर वाहनों की आवाजाही की अनुमति देने की बात कही है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सबसे अधिक 180 सड़कें शिमला ज़िला में बंद हैं जबकि लाहौल-स्पीति में 150 सड़कें, किन्नौर में 72 सड़कें, कुल्लू में 35 सड़कें, चंबा में 27 सड़कें, मंडी की आठ और कांगड़ा व सिरमौर ज़िलों की दो-दो सड़कों पर बर्फबारी की वजह से यातायात ठप है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में 540 ट्रांसफॉर्मर भारी बर्फबारी के कारण ठप्प पड़े हुए हैं। इनमें से सबसे अधिक 196 ट्रांसफार्मर शिमला ज़िले में, 133 मंडी, 122 लाहौल-स्पीति और चम्बा में 68 ट्रांसफार्मर बंद हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी वाले इलाकों में सड़कों से बर्फ हटाने के लिए मजदूरों और मशीनों को तैनात किया गया है और वे पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। इस बीच बीते 24 घंटों के दौरान किन्नौर जिले के पूह और काल्पा में क्रमश: 11 और 8.6 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। वहीं शिमला के खादराला में छह सेंटीमीटर, लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी और केलांग में क्रमश: 4.8 सेंटीमीटर और तीन सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मध्य और कम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हुई। इस दौरान चंबा में सबसे अधिक 55.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा धर्मशाला में 25.3 मिमी, कांगड़ा में 20.6 मिमी, मनाली में नौ मिमी और पालमपुर में 6.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल में इस मौसम की सामान्य बारिश 85.3 मिमी के मुकाबले 86.2 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से एक प्रतिशत अधिक है।
पर्यटन उद्योग में फिर आई
हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियों की दस्तक समय पर हुई थी। लेकिन इसके बावजूद क्रिसमस और न्यू ईयर पर बर्फबारी की उम्मीद पूरी नहीं हुई। लेकिन अब मौसम का मिजाज बदला है और पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी हो रही है। इससे प्रदेश में सर्दियों के पर्यटन सीजन में फिर से तेजी आ गई है। बड़ी संख्या में पर्यटक पहाड़ों पर बर्फबारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। इससे पर्यटन उद्योग फिर से चल निकला है। हालांकि पर्यटन नगरी शिमला में अभी भी लोगों को व्यापक बर्फबारी का इंतज़ार है।
5 से फिर लौटेगा बर्फबारी का दौर
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 2 फरवरी से हिमालय क्षेत्र में ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से मौसम विभाग ने दो फरवरी को मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। इसके अलावा चार फरवरी तक राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है। 5 फरवरी से प्रदेश में फिर से वर्षा और बर्फबारी लौटने की संभावना है। इस बीच ताज़ा बर्फबारी और वर्षा से शिमला और किन्नौर के सेब उत्पादक खुश हैं। इस वर्षा और बर्फबारी से सेब के लिए अपेक्षित चिल्लिंग ऑवर अब आसानी से पूरे हो सकेंगे। साथ ही अन्य फसलों के लिए भी ये वर्षा और बर्फबारी संजीवनी मानी जा रही है।